तेहरान (IQNA) संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में अल-मुस्तफा (स0) इंटरनेशनल विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि ने बल देकर कहा: इस्लामी सभ्यता को इस बात की आवश्यकता है कि मुसलमान, इस्लामी शिक्षाओं का पालन करे और रमजान मुसलमानों को अवसर प्रदान करता है ता कि आत्म सुधार द्वारा, जीवन के इस्लामी तरीकों को दुनिया के सामने पेश करें।
संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में अल-मुस्तफा (स0) इंटरनेशनल विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि हुज्जतुल -इस्लाम मोहसिन रादमर्द ने बहारे बन्दग़ी के सबक़ नामी रमज़ान व्याख्यान की श्रृंखला के दूसरे सत्र में कहाः रमज़ान महीना एक अवसर है ता कि मुसलमान इस्लामी शिक्षाओं के मुताबिक़ आत्म सुधार करके दुनिया के सामने वास्तविक मुस्लिम चेहरा प्रस्तुत करे।
पवित्र माह रमजान के नवें दिन हुज्जतुल -इस्लाम मोहसिन रादमर्द के भाषण का विवरण इस प्रकार है:
«بسمالله الرحمن الرحیم،, प्रिय उपस्थित लोगों की सेवा में, मैं रमज़ान के पवित्र महीने के नवें दिन की प्रार्थना, सबसे पहले पढ़ता हूं:
اللهمّ اجْعَلْ لی فیهِ نصیباً من رَحْمَتِکَ الواسِعَةِ واهْدِنی فیهِ لِبراهِینِکَ السّاطِعَةِ وخُذْ بناصیتی الی مَرْضاتِکَ الجامِعَةِ بِمَحَبّتِکَ یا أمَلَ المُشْتاقین.
हे भगवान, मुझे इस महीने में अपनी दया का लाभ प्रदान कर, और मुझे अपने शानदार प्रमाणों और तरीकों के लिए मार्गदर्शन फ़रमा, और अपनी ब्यापपक इच्छा की ओर आकर्षित कर, अपनी मोहब्बत के माध्यम से ऐ मुश्ताक़ीन की उम्मीद।
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